उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार 21 दिसम्बर को नमामि गंगे योजना की समीक्षा की और कहा कि अविरल निर्मल गंगा का प्रस्ताव प्रयागराज कुंभ 2025 से पहले पूरा कर लिया जाएगा। गंगा नदी अपने किनारे बेस हुए लोगों कि आजीविका का आधार बनेगी।
सरकार को मिला आम लोगों का सहयोग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि गंगा जी व सहायक नदियों को अविरल-निर्मल बनाने के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में संचालित ‘नमामि गंगे’ परियोजना के अत्यन्त संतोषप्रद परिणाम देखने को मिले हैं। गंगा व उनकी सहायक नदियों की स्वच्छता के इस अभियान में केन्द्र व राज्य सरकार के प्रयासों में आम लोगों का भी पूरा सहयोग मिला है।
माँ गंगा उत्तर प्रदेश को प्रकृति प्रदत्त अनुपम उपहार, यह हमारी आस्था का केन्द्र बिन्दु एवं अर्थव्यवस्था का बड़ा आधार है। नमामि गंगे परियोजना, गंगा नदी के साथ-साथ सहायक नदियों के लिये भी है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में यहां अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। जनपद कानपुर के जाजमऊ तथा सीसामऊ नाले से गिरने वाले गन्दे पानी को गंगा नदी में गिरने से रोकने के लिये प्रभावी प्रयास किये गये हैं। इसका परिणाम ये है कि आज यह सेल्फी प्वाइंट बन गया है।
किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास
नमामि गंगा अभियान’ का सर्वाधिक लाभ उन करोड़ों लोगों को होगा, जिनकी आजीविका गंगा नदी पर ही निर्भर है। किसानों की आय बढ़ाने और विषमुक्त खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा गंगा नदी के दोनों किनारों पर 05-05 किलोमीटर तक प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है और इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं।
आगे सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 27 जनपद गंगा नदी से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा बुन्देलखण्ड के 07 जनपदों में प्राकृतिक खेती के लिए विशेष अभियान शुरु किया गया है। वर्तमान में लगभग 85000 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती हो रही है। इस बार यहां उत्पादन भी अच्छा हुआ है। जीरो बजट वाली प्राकृतिक खेती के अच्छे परिणामों के तुलनात्मक रिपोर्ट के साथ किसानों को जागरुक किया जायेगा।
मां गंगा के किनारे अनेक तीर्थ क्षेत्र, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थल है, इन क्षेत्रों में पर्यटन की नवीन सम्भावनाओं को बढ़ावा दिया जायेगा। इसके साथ ही नदियों को सीवेज की गंदगी और जहरीले पानी से बचाने के लिए एसटीपी लगाने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। सीएम योगी ने कहा कि यहां नर्सरी से लेकर फलों के प्रसंस्करण तक की पूरी वेल्यू चेन बनाई जाए। आपको बता दें कि नेशनल गंगा काउंसिल की दूसरी बैठक 30 दिसंबर को निर्धारित की गई है।