चमोली: जोशीमठ के बाद अब चमोली जिले में कर्णप्रयाग के कुछ घरों में नई दरारें दिखाई दी हैं. इससे वहां के स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गयी है. वहीँ सितारगंज के विधायक सौरभ बहुगुणा ने कि ‘मुझे जोशीमठ के आस-पास के गांवों के बारे में ऐसी ही स्थिति से जूझने के बारे में कई फोन आए हैं. मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी दी जाएगी.’
जोशीमठ और कर्णप्रयाग के अलावा उत्तराखंड के अन्य कई इलाकों में जमीन खिसकने और धंसने का खतरा बना हुआ है. जोशीमठ में तो लोग अपने घरों को छोड़ चुके है पर अब इसके आस-पास के गांव में खतरा मंडरा रहा है.
आज टूटेगा जोशीमठ
अधिकारीयों ने पहले ही जोशीमठ में उन होटलों और घरों को लाल निशान लगाकर चिन्हित कर दिया था, जिन्हे गिराना था. आज मंगलवार से ऐसे घरों और होटलों को गिराने की प्रक्रिया शुरू होगी जिनकी जमीन धस गयी थी और दीवारों में बड़ी दरारें आ गयी थी. अधिकारीयों ने बताया कि स्थानीय क
लोगों को सुरक्षित जगह भेज दिया गया है.





