पड़ोसी देश पाकिस्तान के हालात इस वक्त बद से बदतर होते जा रहे हैं, ऐसे में रावलपिंडी के बाजार में जिस आटे की कीमत ₹150 प्रति किलो तक पहुंच गई थी, वे अब 15 किलो की बोरी 2250 रुपए तक में बेची जा रही है। यही नहीं पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इस कदर खराब हो चुकी है कि केवल आटा ही नहीं बल्कि रोजमर्रा के जरूरी सामानों के लिए भी लोगों को तरसना पड़ रहा है।
दाने-दाने को मोहताज लोग :
पाकिस्तान अब तक के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है क्योंकि जो सामान भारत में गली के कोने में छोटी सी छोटी दुकान पर एकदम आसानी से मिल जाया करता है, पाकिस्तान में इसके लिए लोग एक-दूसरे को मरने-मारने को तुल गए हैं। इतनी महंगाई होने से देश में इस तरह कोहराम मचा हुआ है कि आटा, दूध, चावल से लेकर चिकन तक, यही नहीं खाने के तेल से लेकर पेट्रोल-डीजल तक लोगों की पहुंच से काफी दूर होता जा रहा है। कीमतों में तेजी इस प्रकार से आई है कि कई प्रांतों के शहरों में तो लोग बिना एलपीजी के बिना ही गुजारा कर रहे हैं और जहां गैस उपलब्ध भी है तो सिलेंडर की कीमत इतनी ज्यादा है कि लोगों की हवाइयां उड़ जा रही है।
आटे की बोरी के लिए मरने-मारने तक लोग तैयार :
जरूरी सामानों की बात करें तो पड़ोसी देश पाकिस्तान में गेहूं की किल्लत ने लोगों को इस प्रकार मजबूर कर दिया है कि सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे हैं, जिसमें साफ दिख रहा है कि कैसे लोग आटे की बोरी के लिए एक दूसरे को मरने-मारने तक के लिए तैयार बैठे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार इस्लामाबाद में गेहूं की जो खपत है बे रोजाना 20 किलो के 38000 बैग्स की है, लेकिन यहां की संचालित आटा मिलो मैं तो इसके विपरीत यानी 40 आटा मिलों से 21000 बैग्स की आपूर्ति ही हो पा रही है। इतना ही नहीं ऐसे बुरे हालातों के बीच पाकिस्तान के लोगों को प्याज़ भी रुलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है क्योंकि जिस प्याज की कीमत बीते साल देश में महज ₹30 प्रति किलोग्राम हुआ करती थी वही प्याज इन दिनों ₹220 प्रति किलो तक बिक रही है।





