October 15, 2025 10:22 am

आखिर कैसे बना जोशीमठ ? जोशीमठ से पांडवों का क्या था नाता ? जानें…

relation of Pandavas with Joshimath
Google

उत्तराखंड : जोशीमठ के जैसे हालात हैं, वो वाकई चिन्ताजनक है। अब सवाल ये उठता है कि क्या पहले भी ऐसा ही था जोशीमठ ? आखिर कैसे बना जोशीमठ ?…इन तमाम सवालों के जवाब आज हम देंगे अपने इस आर्टिकल में…

धार्मिक व पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने प्रह्लाद की पुकार पर नृसिंह अवतार लिया था और हिरण्यकश्यप का वध कर दिया। लेकिन भगवान नृसिंह का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उनके गुस्से को शांत करने के लिए प्रह्लाद ने मां लक्ष्मी के कहने पर फिर से जप-तप किया। प्रह्लाद के जप के प्रभाव से भगवान नृसिंह का गुस्सा शांत हुआ और इसके बाद वे शांत रूप में जोशीमठ में विराजमान हुए। यहां भगवान नृसिंह का मंदिर भी हैजोशीमठ के मंदिर में विराजित स्टफिक से बनी भगवान नृसिंह की मूर्ति की एक बाजू साल दर साल पतली होती जा रही है। इसे लेकर भी कई मान्यताएं हैं,”स्कंद पुराण के केदारखंड के सनत कुमार संहिता में लिखा गया है कि, भगवान नृसिंह के मूर्ति के हाथ की ये भुजा जिस दिन टूटकर गिर जाएगी, तब नर पर्वत और नारायण पर्वत आपस में मिल जाएंगे और बद्रीनाथ जाने का रास्ता भी बंद हो जाएगा. इसके बाद भगवान बद्री विशाल भविष्य बद्री में पूजे जाएंगे, यह स्थान बद्रीनाथ से 19 किलोमीटर दूर तपोवन में है।”

जोशीमठ से पांडवों का क्या था नाता ?

जोशीमठ से जुड़ी पौराणिक कहानी के अनुसार, पांडवों ने जब राजपाट का त्याग कर स्वर्ग जाने का निश्चय किया तो उन्होंने जोशीमठ से ही पहाड़ों का रास्ता चुनाबद्रीनाथ के पास पांडुकेश्वर को पांडवों का जन्म स्थान बताया जाता है. बद्रीनाथ के बाद माणा गांव पार कर एक शिखर आता है जिसे स्वर्गारोहिणी कहा जाता है। यहीं से पांडवों ने युधिष्ठिर का साथ छोड़ना शुरू किया और आखिर में एक कुत्ता ही युधिष्ठिर के साथ स्वर्ग तक गया था। इसी पौराणिक कथा के कारण जोशीमठ को स्वर्ग का द्वार कहा जाता है। हालांकि वास्तविक तौर पर जोशीमठ को स्वर्ग का द्वार इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि जोशीमठ को पार करने के बाद फूलों की घाटी पड़ती है और औली की शुरुआत हो जाती है, जिसकी सुंदरता स्वर्ग के समान है। इस कारण भी जोशीमठ को स्वर्ग का द्वार कहा जाता है…आदि शंकराचार्य ने की थी जोशीमठ की भविष्यवाणी…भविष्य बद्री मंदिर के पास एक पत्थर है, जिस पर आदि शंकराचार्य ने जोशीमठ की भविष्यवाणी लिखी हुई है. लेकिन आज तक इस भविष्यवाणी को कोई नहीं पढ़ सका,जो आज भी रहस्य है। अब सवाल ये है कि क्या जोशीमठ पर जो खतरा मंडरा रहा है क्या वो इसी भविष्यवाी से जुडा है ?

UP Ka Agenda
Author: UP Ka Agenda

What does "money" mean to you?
  • Add your answer