उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए। बुधवार रात 10:00 बजे से सुबह 4:00 बजे बागेश्वर जनपद में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा नहीं थी, जिस वजह से किसी बड़े नुकसान या जनहानि की खबर नहीं है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 2.4 मापी गई है। इससे पहले 20 फरवरी को उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में तड़के भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया था। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.5 मापी गई थी। भूकंप के झटके से लोग भयभीत हैं। हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ है।
पिथौरागढ़ से 23 किलोमीटर दूर था केंद्र :
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में इससे पहले जनवरी में भूकंप आया था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप के ये झटके सुबह के वक्त आए थे. भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 23 किमी दूर आंका गया था. पिथौरागढ़ में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल के लिहाज से काफी ज्यादा नहीं थी. लेकिन 3.8 तीव्रता के भूकंप से भी दहशत बन गई थी.
श्रीनगर गढ़वाल में भूकंप का केंद्र था :
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, पौड़ी गढ़वाल में 2.4 मैग्नीट्यूड का भूकंप था, जिसकी गहराई 5 किलोमीटर बताई जा रही है। आपदा नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि ये हल्का झटका था।
पौड़ी जिले के रिस्क जोन में आता है पहाड़ी राज्य :
उत्तराखंड का ज्यादातर इलाका भूकंप के जोखिम वाले जोन में आता है। पहले भी टिहरी, चमोली समेत कई इलाकों में विनाशकारी भूकंप आ चुके हैं। ताजा झटकों के बाद लोगों में यह डर बना हुआ है कि यह किसी बड़े भूकंप के पहले का संकेत हो सकता है।
बेहद सक्रिय रहती हैं NDRF और SDRF की टीमें :
उत्तराखंड प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें यहां ऐसी आपदाओं के दौरान बेहद सक्रिय रहती हैं।
जोशीमठ में जमीन धंसने की हालिया घटनाओं के बाद ये झटके आए हैं। ऐसे में लोगों में नई आपदा आने की दहशत भर गई है। हालांकि पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से ताजा भूकंप के झटकों के बाद अभी किसी भी प्रकार का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। लेकिन भूकंप की मार का डर देखते हुए उत्तराखंड वासी हमेशा ऐसे संकट के लिए खुद को तैयार रखते हैं।