मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी के चेन्नई स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की और उसके बाद उनको साथ लेकर रवाना हो गयी थी। लेकिन बीच में ही उन्हें साइन में दर्द हुए जिसके बाद उनको ईडी के अधिकारी तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी को सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे।
ED की इस कार्यवाही पर DMK राज्यसभा सांसद एनआर एलंगो ने कहा कि “कल सुबह 7:00 बजे तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया. कल सुबह से लेकर अब तक 14 जून की रात 2:30 बजे तक उन्हें किसी भी दोस्त, रिश्तेदार और उनके वकील से मिलने नहीं दिया गया.
2 बजे अचानक उन्हें उठाकर ओमंदुरार सरकारी अस्पताल लाया गया। ऐसा लगता है कि जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उन्हें होश नहीं था। हम चिकित्सा स्थिति का सटीक विवरण नहीं जानते हैं लेकिन यह पूरी तरह से अवैध और असंवैधानिक गिरफ्तारी है क्योंकि गिरफ्तारी के बारे में उन्हें या उनके रिश्तेदारों या दोस्तों को नहीं बताया गया”.
क्या कहा सेंथिल बालाजी के वकील ने
वहीँ DMK सांसद और वी सेंथिल बालाजी के वकील एनआर एलंगो ने कहा “मैंने उन्हें (बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी) देखा था जब उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया था। डॉक्टर उनके स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन कर रहे हैं। यह एक प्रक्रिया है जब कोई व्यक्ति कहता है कि उसके साथ मारपीट की गई है तो डॉक्टर को सभी चोटों को नोट करने की जरूरत है, रिपोर्ट देखने के बाद पता चलेगा। ईडी द्वारा आधिकारिक तौर पर हमें सूचित नहीं किया गया कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.





