आदित्य-एल1 मिशन आज 2 सितंबर को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया। इससे पहले ISRO चीफ ने मंदिर में भगवन के दर्शन कर के पूजा की और इस मिसन की सफलता के लिए प्रार्थना की.
आदित्य एल1 मिशन पर जवाहरलाल नेहरू तारामंडल में प्रोग्रामिंग मैनेजर प्रेरणा चंद्रा ने बताया कि “अन्य देशों की अंतरिक्ष एजेंसियां पहले ही सूर्य पर अवलोकन कर चुकी हैं। आदित्य एल1 के साथ हमारे पास सूर्य के आंकड़े भी मौजूद होंगे जिससे हमें अंतरिक्ष के मौसम और आगामी अंतरिक्ष अभियानों को समझने में बहुत मदद मिलेगी.
आदित्य L1 क्या है?
बता दें यह सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का पहला मिशन है। आदित्य L1 को सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के एक निश्चित बिंदु के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में रखा जाएगा। ये सूर्य की विभिन्न घटनाओं के बारे में जानकारी एकत्र करेगा जिसका उपयोग वैज्ञानिक सूर्य और वहां के वातावरण को समझने के लिए करेंगे.
