28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन होने वाला है, लेकिन विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह में शामिल होने से मना कर दिया है. इस बीच गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधा है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा कि, “कांग्रेस पार्टी भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है? पंडित नेहरू को तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में एक पवित्र ‘सेंगोल’ दिया गया था, लेकिन इसे ‘चलने की छड़ी’ के रूप में एक संग्रहालय में भेज दिया गया था… कांग्रेस को अपने व्यवहार पर विचार करने की जरूरत है”
वहीँ BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डानए ने कहा कि “संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वाली अधिकांश पार्टियों को क्या जोड़ता है? उत्तर सरल है- वे राजवंश द्वारा संचालित राजनीतिक दल हैं, जिनकी राजशाही पद्धतियां हमारे संविधान में गणतंत्रवाद और लोकतंत्र के सिद्धांतों के विरुद्ध हैं। जो पार्टियां संसद के उद्घाटन का बहिष्कार कर रही हैं उनमें लोकतंत्र के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं है क्योंकि उनका एकमात्र उद्देश्य राजवंशों के एक चुनिंदा समूह को कायम रखना है”.
 
   
								 
											 
				





