बरेली:। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने कुक्कट पालकों को एडवाइजरी जारी कर मुर्गियों में न्यूकैसल ((रानीखेत) रोग फैलने का खतरा जताया है।
विशेषज्ञ वैज्ञानिक डॉ. गौतम कुलूरू के मुताबिक यह बेहद घातक संक्रामक रोग है, जो प्लेग के समान है। इसकी चपेट में आने से 60 प्रतिशत तक मुर्गियां मर जाती हैं। सांस लेने में कठिनाई, गर्दन का एक तरफ मुड़ जाना, खड़ा न हो पाना, दस्त होना और दाना-पानी कम लेना इसके प्रमुख लक्षण हैं। इसकी चपेट में आकर मुर्गियां 48 घंटे में दम तोड़ देती हैं। यह रोग हर उम्र की मुर्गियों में हो सकता है लेकिन पहले और तीसरे सप्ताह में इसका प्रकोप अधिक होता है।
उन्होंने बताया कि इससे बचाव के लिए मुर्गियों के रहन-सहन, खाने-पीने का समय-समय पर ध्यान दें और पोल्ट्री फार्म के आसपास साफ-सफाई रखें। जिन मुर्गियों में लक्षण दिखाई दे उन्हें स्वस्थ मुर्गियों से अलग कर दें। बाहरी लोगों का मुर्गी फार्म न आने दें। मृत मुर्गियों को गड्ढे में दबा या जलाकर नष्ट कर दें।इससे बचाव का एक मात्र ही उपाया टीकाकरण हैं। इसे सुबह के समय कराना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने दो पाॅल्ट्री फार्म के बीच कम से कम एक किमी दूरी रखने की सलाह दी।
 
   
								 
											 
				





