नई दिल्ली: कंझावला केस के बारे में जिसने भी सुना उसकी रूह कैंप गयी. अंजलि के घर वाले न्याय की मांग कर रहे है और इस बीच दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है.
सूत्रों के मुताबिक शुरुआती जाँच में पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही और PCR टीम की ओर से भी चूक हुई है, जिसे सर्विलांस के लिए लगाए गए कैमरों से फीड की निगरानी करनी थी.
3 कॉल के बाद पुलिस आयी हरकत में
PCR को घटना की सूचना मिलने के बाद भी काफी देर तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सबसे पहले सोमवार तड़के 3:20 बजे PCR को सूचित किया था. इसके तुरंत बाद एक बार फिर कॉल किया गया, फिर 4:11 बजे तीसरा कॉल किया गया. इस तीसरे कॉल के बाद ही पुलिस हरकत में आई.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट में पुलिस कंट्रोल रूम के कामकाज के संबंध में प्रणालीगत मुद्दे भी सामने आए हैं. इसमें बताया गया है कि PCR System में पहले किए गए कुछ बदलावों ने विसंगतियां (inconsistencies) पैदा की हैं, जिन्हें हल करना होगा.





