November 24, 2024 9:46 am

महादेव ऐप घोटाले में आया CM बघेल का नाम, जानें ED के दावे पर क्या बोले CM बघेल

  • ED के दावे से दिल्ली से छत्तीसगढ़ तम मची हलचल
  • महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप के प्रमोटरों ने सीएम भूपेश बघेल को पैसे देने का आरोप
  • CM बघेल ने इस आरोप को BJP कि साजिश बताया

छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सीएम भूपेश बघेल विधानसभा चुनाव से पहले बड़े संकट में फंस गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दावा किया कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप के प्रमोटरों ने सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए हैं। ED ने कहा कि 5.39 करोड़ रुपये के साथ गिरफ्तार किए गए असीम दास ने पूछताछ में सीएम को पैसा दिए जाने की बात कही है। एजेंसी ने यह भी कहा है कि सीएम के खिलाफ जो भी आरोप लगे हैं वे जांच का विषय हैं।

प्रवर्तन निदेशालय ने बृहस्पतिवार को रायपुर में एजेंट असीम दास को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 5.39 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। दावा है कि यह रकम दुबई से चुनावी राज्य में सत्तारूढ़ Congress पार्टी के लिए भेजी गई थी। ईडी महादेव Online सट्टेबाजी एप और उसके प्रमोटरों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच कर रही है।

क्या कहा CM बघेल ने?

छत्तीसगढ़ CM बघेल ने कहा कि “जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है। चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है. यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है. ‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है।

ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है. अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज़ जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है। इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं. सब कुछ चुनाव आयोग के हाथों में है. पुलिस के अलावा सीआरपीएफ़ के जवान जांच कर रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं?

कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफ़सरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान से तो नहीं पहुंची है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं। ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी किस तरह से काम करती है. वह पहले लोगों के नाम तय करती है फिर लोगों को गिरफ़्तार करके धमकाती डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है। इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है. मारना, डराना धमकाना तो सामान्य बात है. कांग्रेस तैयार है। कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता तैयार है. ईडी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुक़ाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे।”

प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि असीम दास ने स्वीकार किया है कि जब्त की गई रकम को महादेव एप (Mahadev App) के प्रमोटरों की ओर से छत्तीसगढ़ राज्य में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता ‘बघेल’ तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी।

UP Ka Agenda
Author: UP Ka Agenda

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