- उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फटने से आयी बाढ़
- सेना के 23 जवान लापता हो गए हैं और उनके शिविर डूब गए हैं
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जताया दुःख
सिक्किम : उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई, जिससे घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं और सेना के 23 जवान बह गए और उनके शिविर व वाहन डूबने की सुचना मिली है।
रक्षा PRO ने बुधवार को बताया कि अचानक बाढ़ आने और एक बांध से पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति और बिगड़ गई। बाढ़ मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे आई। चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इसके कारण सिंगतम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हो रहे हैं।
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर जताया दुःख
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (CM) ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, “सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में 23 सैनिकों के लापता होने की खबर से बहुत चिंतित हूं। इस मामले पर हमारी सरकार की ओर से सहायता और एकजुटता का वादा करते हुए, मैं उत्तर बंगाल के सभी संबंधित लोगों से आपदाओं को रोकने के लिए वर्तमान मौसम में अधिकतम सतर्कता बरतने का भी आग्रह करती हूं।
मैंने पहले ही अपने मुख्य सचिव से आपदा प्रबंधन तैयारी उपायों का समन्वय करने के लिए कहा है। कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं। बचाव और राहत कार्यों की निगरानी के लिए राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों और वरिष्ठ IAS अधिकारियों को उत्तर बंगाल भेजा गया है।”
ये भी पढ़ें: – भूकंप के पांच जोन…यहां है सबसे ज्यादा ‘तबाही का खतरा’,आपका क्षेत्र कौन सा है?