नई दिल्ली :। दुनियाभर में जहां कपनियों में छंटनी का दौर जारी है वहीं भारत में बम्पर नकारियां पैदा होने की उम्मीद है। जॉब मार्केट में पॉजिटिव ट्रेंड देखने को मिल रहा है और संभवतः जुलाई से इसका असर भी दिखने लगेगा. मैनपावरग्रुप एम्प्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे में कहा गया है कि छंटनियों के दौर में भारत में जॉब्स बढ़ने की उम्मीद है. ये सर्वे देश के 3,000 से अधिक एम्प्लॉयर्स के बीच किया गया है.
सर्वे रिपोर्ट में 3,020 एम्प्लॉयर्स के हवाले से कहा गया है कि जुलाई-सितंबर में हायरिंग का पैटर्न पॉजिटिव दिख रहा है. सबसे ज्यादा जॉब्स आईटी सेक्टर में आएंगी. सर्वे में शामिल 49 प्रतिशत एम्प्लॉयर्स नई हायरिंग की उम्मीद रखते हैं, हालांकि 13 प्रतिशत का मानना है कि हायरिंग बहुत ज्यादा नहीं होगी, बल्कि पुरानी और नई जॉब्स का सीजनल एडजस्टमेंट होगा.
हालांकि अगर पिछले साल की जुलाई-सितंबर अवधि से तुलना की जाए तब जॉब्स मार्केट में 15 प्रतिशत की गिरावट देखी जा रही है. जबकि जनवरी-मार्च तिमाही के मुकाबले ये 6 प्रतिशत अधिक है. इस सर्वे में एक और बात सामने आई है कि दुनिया के 41 प्रमुख देशों में नौकरियों को लेकर पॉजिटिव ट्रेंड के मामले में भारत पांचवे नंबर पर है. इस लिस्ट में कोस्टा रिका सबसे ऊपर है, जबकि इसके बाद नीदरलैंड, पेरू, ऑस्ट्रेलिया और भारत का स्थान है. जॉब्स को लेकर सबसे आशंका वाली स्थिति जापान और ताइवान में है.
सर्वे के हिसाब से भारतीय एम्प्लॉयर्स में से 84 प्रतिशत का मानना है कि वह ‘ग्रीन स्किल’ वालों को जॉब देंगे या मार्केट में ‘ग्रीन जॉब्स’ की भरमार रहेगी. संयुक्त राष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (यूनिडो) के मुताबिक ग्रीन स्किल से जुड़ी जॉब्स के लिए लोगों के पास नॉलेज, एबलिटीज, कंपीटेंस और वैल्यूज होनी चाहिए, जो अर्थव्यवस्था और समाज को पर्यावरण की दृष्टि से सतत विकास में मदद कर सकें.