- लोक सभा से पास हुआ महिला आरक्षण बिल
- महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस ने कहा अभी ये अधूरा है
- शिरोमणि अकाली दल नेता ने कहा जल्दबाज़ी में लाया गया बिल
दिल्ली: संसद में हंगामे के बीच महिला आरक्षण बिल पास हुआ. लेकिन इसपर विपक्ष का कहना है कि ये अधूरा है और सरकार 2024 चुनाव को देखते हुए इस बिल को लेकर आयी है. ये बिल अभी लागू नहीं हो सकता है जिस वजह से महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिलेगा.
वहीँ पीएम मोदी ने इस बिल को लेकर कहा, “‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ यह एक ऐतिहासिक कानून है जो महिला सशक्तिकरण को और बढ़ावा देगा और हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में महिलाओं की और भी अधिक भागीदारी को सक्षम करेगा”
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “जो 27 वर्षों का इंतजार था वह मोदी जी के नेतृत्व में आज लोकसभा में हुआ। वर्षों से यही देखते रहे कि राजनीतिक दल महिला आरक्षण बिल लाने का प्रयास करते थे लेकिन पूरा नहीं करा पाते थे.. सवाल यह उठता है कि नारी शक्ति वंदन बिल के वोटिंग के समय सोनिया गांधी या कुछ ऐसे सांसद कहां थे जिनके पास इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने का अवसर था।”
कांग्रेस का बड़ा दावा
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, “इसका हाल वैसा ही होना है जैसे 15 लाख हर किसी को देने की बात कही थी, 2 करोड़ नौकरी की बात कही थी, किसानों का दुगुना मूल्य मिलने की बात कही थी। इनको 2024 के बाद रहना नहीं है और यह बिल 2029 तक आना नहीं है। यह ऐसी बात हो गई है कि कोई दुकान बंद होने वाली हो तो आधे दाम की सेल लगा दो और सामान दस साल बाद मिलेगा।”
जल्दबाज़ी में लाया गया बिल
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने पर शिरोमणि अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, “यह ऐतिहासिक दिन तो है लेकिन महिलाओं को इसका क्या फायदा हुआ जब पता ही नहीं है कि इस आरक्षण का कब फायदा मिलेगा? बिल लाने की जल्दी क्या थी जब आप 10 साल नहीं लाए, अब लेकर आए हैं जब यह लागू नहीं हो सकता।”
समाजवादी पार्टी सांसद एस. टी. हसन ने इस बिल को लेकर कहा “बिल पास हुआ है वह खुशी की बात है लेकिन एक तरह से महिलाओं के साथ धोका हुआ है। यह तुरंत लागू नहीं होगा। इसको लागू होने के लिए परिसीमन होगा। हमें लगता है कि इसको लागू होते-होते 10-15 साल और लगेंगे.”
