हरिद्वार: ऋषभ पंत का 30 दिसम्बर 2022 को दिल्ली से देहरादून जाते हुए एक्सीडेंट हो गया था. अब इस मामले में नया पहलु सामने आया है. जहाँ पर ऋषभ पंत का एक्सीडेंट हुआ (हरिद्वार में एनएच-58 पर नारसन पुलिस चौकी के पास), वहां के स्थानीय लोग लगातार सिंचाई विभाग की नहर को हादसे की वजह बता रहे हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे (एनएच-58) पर बने मिट्टी के टीले की वजह से ही ये हादसा हुआ, लिहाजा उसे वहां से शिफ्ट किया जाना चाहिए. हालांकि सिंचाई विभाग के बड़े अधिकारी इस बात को सिरे से खारिज कर रहे है.
सिंचाई विभाग का NHAI पर और NHAI का सिंचाई विभाग पर आरोप
एक मिडिया रिपोर्ट में मुताबिक सिंचाई विभाग के हरिद्वार स्थित सुपरिटेंडेंट इंजीनियर का कहना है कि नहर शिफ्ट नहीं की जा सकती. NHAI ने वहां हाईवे बनाकर गलती की है. सड़क दुर्घटनाएं रोकना उनका काम नहीं है और न ही NHAI की ओर से नहर शिफ्ट करने को लेकर उन्हें कोई पत्र भेजा गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनएचएआई के एक अधिकारी ने नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट शुरू होने से लेकर उसके पूरा होने तक कई बार सिंचाई विभाग के अधिकारियों से नहर को शिफ्ट करने का आग्रह किया था. लेकिन सिंचाई विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. जबकि सिंचाई विभाग को इस बाबत पत्र लिखे गए थे.





