December 20, 2025 11:14 am

इस माघ पूर्णिमा पर बन रहे हैं कई शुभ योग, जानें शुभ मुहूर्त व महत्व

Many auspicious yogas are being made on this Magh Purnima
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नई दिल्ली:। सनातन धर्म में माघ पूर्णिमा का बहुत महत्व है। पंचांग के अनुसार, हर वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को माघ पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व कल 5 फरवरी दिन रविवार को है, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है।

इस माघ पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्धि योग समेत कई महायोग बन रहे हैं, जिससे इस दिन का महत्व भी बढ़ गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन देवी-देवता पृथ्वी लोक पर आते हैं और पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। माघ पूर्णिमा पर प्रयागराज के तट पर शुरू हुआ कल्पवास का व्रत भी खत्म हो जाता है। इस दिन रविदास जयंती भी मनाई जाती है।

माघ पूर्णिमा का महत्व :

माघ मास की पूर्णिमा में किए गए दान-पुण्य का विशेष महत्व है। इस दिन वस्त्र, तिल, खाना, गुड़, धन, कंबल गौ आदि का दान करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और ईश्वर की कृपा बनी रहती है।

साथ ही इस तिथि पर पितरों को तर्पण कर श्राद्ध भी किया जाता है। इस दिन किया गया स्नान सभी पाप और संताप का नाश करते हैं और सभी रोग दूर होते हैं। अगर पवित्र नदियों में जाना संभव नहीं है तो घर में ही मां गंगा का ध्यान करते हुए जल में गंगाजल डालकर स्नान कर सकते हैं।

माघ पूर्णिमा पर शुभ मुहूर्त :

माघ पूर्णिमा की तिथि 5 फरवरी, दिन शनिवार

पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ – 4 फरवरी, शनिवार रात 9 बजे से 29 मिनट पर

पूर्णिमा तिथि का समापन – 5 फरवरी, रविवार रात 11 बजकर 58 मिनट होगा

उदिया तिथि के हिसाब से माघ पूर्णिमा 5 फरवरी दिन शनिवार को है।

पूर्णिमा स्नान मुहूर्त – 5 फरवरी, 5 बजकर 22 मिनट से 6 बजकर 17 मिनट तक।

माघ पूर्णिमा पर शुभ योग :

माघ पूर्णिमा पर सर्वाद्ध सिद्ध जैसे महायोग के साथ रवि पुष्य योग और विजय मुहूर्त जैसे कई शुभ योग बन रहे हैं। इसके साथ ही आश्‍लेषा नक्षत्र में चंद्रमा, गुरु और शनि समेत तीनों ग्रह अपनी ही राशि में मौजूद होंगे।

रविवार को जब पुष्‍य योग बनता है तो इसे रवि पुष्‍य योग कहते हैं। इन शुभ योग में स्नान करने व दान करने माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और हर कार्य शुभ होता है।

इसके साथ ही इस बार माघ पूर्णिमा पर आयुष्मान योग, वाशी योग व सुनफा योग भी बन रहे हैं, जो हर कार्य में सफलता दिलाते हैं और जीवन में समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करते हैं। माघ पूर्णिमा पर बन रहे ये शुभ योग आपको हर समस्या से मुक्ति दिलाते हैं।

माघ पूर्णिमा पर पूजा विधि :

माघ पूर्णिमा की तिथि पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पवित्र नदियों में स्नान करें। अगर नदियों के पास नहीं है तो जल में गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें। पवित्र नदि में स्नान करते हुए सूर्य को जल दें और सूर्य मंत्रों का उच्चारण करें।

इसके बाद पूर्णिमा तिथि के व्रत का संकल्प लें और श्रीहरि की माता लक्ष्मी के साथ पूजा करें। दोनों की पूजा विधि-विधान के साथ षोडशोपचार पूजा करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। पूजा में माता लक्ष्मी को खीर का भोग अवश्य लगाएं। इसके बाद दोपहर के समय दान अवश्य करें।

UP Ka Agenda
Author: UP Ka Agenda

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