नई दिल्ली :। 24 जनवरी को आई Hindenburg Research की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों पर शेयरों में छेड़छाड़ करने के गंभीर आरोप लगने के बाद ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। अडानी टोटल गैस का शेयर 23 जनवरी को 3998.50 रुपये पर था जो इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर था लेकिन रिपोर्ट ने इसे 52 हफ्ते के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा दिया।
इस दौरान अडानी टोटल गैस में 80 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है। अब उम्मीद की जा रही है कि अब इस शेयर में गिरावट थमेगी। शेयरों में भारी गिरावट के बीच कंपनी के लिए एक अच्छी खबर आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी तट पर स्थित कंपनी के धामरा टर्मिनल पर पहला एलएनजी कार्गो अप्रैल में पहुंचने की उम्मीद है।
इस शिपमेंट के आने के 30 से 45 दिन बाद वहां से कमर्शियल ऑपरेशन शुरू हो जाएगा। यानी जून के मध्य में यह शुरू हो सकता है। हर साल 50 लाख टन क्षमता वाले इस एलएनजी टर्मिनल को सितंबर, 2021 में शुरू होना था लेकिन इसमें देरी हो गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के एनर्जी मिक्स में नेचुरल गैस की हिस्सेदारी छह फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करने की योजना बनाई है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस टर्मिनल को अहम माना जा रहा है। धामरा टर्मिनल के शुरू होने से पूर्वी राज्यों में गैस के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा। यह पूर्वी तट पर देश का दूसरा इम्पोर्ट टर्मिनल है। पश्चिमी तट पर पांच इम्पोर्ट टर्मिनल हैं।
अडानी टोटल में फ्रांस की दिग्गज कंपनी TotalEnergies SE की 50 फीसदी हिस्सेदारी है। धामरा टर्मिनल के सेफ्टी चेक्स और टेस्टिंग इसी महीने पूरे होने की उम्मीद है। कंपनी का कहना है कि इसके लिए सभी रेगुलेटरी अप्रूवल्स मिल चुके हैं।
कंपनी का कहना है कि अगले साल मार्च तक धामरा टर्मिनल पर 22 लाख टन एनएलजी मिलने की उम्मीद है। अडानी टोटल ने सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन को 20 साल तक हर साल 30 लाख टन एलएनजी और गेल को 15 लाख टन एलएनजी देने का कॉन्ट्रैक्ट किया है।
शेयरों में 80 फीसदी से ज्यादा गिरावट
अडानी टोटल गैस के शेयरों में पिछले एक महीने में 80 फीसदी से अधिक गिरावट आई है। यह शेयर पिछले कई दिनों से लगातार लोअर सर्किट छू रहा है। 23 जनवरी को यह 3998.50 रुपये पर था जो इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर था। शुक्रवार को यह फिर पांच फीसदी गिरावट के साथ 753.60 रुपये पर बंद हुआ। इस तरह इसमें 3244.9 रुपये की गिरावट आई है।