- 75 वर्षों की संसदीय यात्रा का पीएम मोदी ने किया जिक्र
- पुराने संसद भवन के निर्माण विदेश शासकों ने किया था
- लेकिन ये बात हम भूल नहीं सकते कि परिश्रम मेरे देशवासियों था
- पीएम ने पुरानी संसद को लेकर कहा “न भूल सकते हैं न गर्व से कह सकते हैं”
Special Parliament Session 2023 : संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) लोकसभा में संबोधित कर रहे हैं और देश की 75 वर्षीय यात्रा पर चर्चा करते हुए कई खास बाटे उन्होंने कहीं.
पीएम मोदी ने कहा “देश की 75 वर्षों की संसदीय यात्रा इसका एक बार पुनः स्मरण करने के लिए और नए सदन में जाने से पहले उन प्रेरक पलों को, इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ी को स्मरण करते हुए आगे बढ़ने का यह अवसर है। हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं। आज़ादी के पहले यह सदन इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल का स्थान हुआ करता था। आज़ादी के बाद इसे संसद भवन के रूप में पहचान मिली.
पीएम ने कहा “न भूल सकते हैं न गर्व से कह सकते हैं”
पीएम मोदी ने कहा “यह सही है कि इस इमारत (पुराने संसद भवन) के निर्माण करने का निर्णय विदेश शासकों का था लेकिन यह बात हम न कभी भूल सकते हैं और हम गर्व से कह सकते हैं इस भवन के निर्माण में पसीना मेरे देशवासियों का लगा था, परिश्रम मेरे देशवासियों का लगा था और पैसे भी मेरे देश के लोगों के थे.”
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पीएम ने आगे कहा “इस 75 वर्ष की हमारी यात्रा ने अनेक लोकतांत्रिक परंपराओं और प्रक्रियाओं का उत्तम से उत्तम सृजन किया है और इस सदन में रहे प्रत्येक व्यक्ति ने सक्रियता से योगदान भी दिया है और साक्षी भाव से उसे देखा भी है। हम भले नए भवन में जाएंगे लेकिन पुराना भवन यानि यह भवन भी आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा.”
