- P-20 Summit 2023 में पीएम ने किया जी20 के सदस्यीय देशों के सभापतियों को संबोधित
- पीएम मोदी ने P-20 Summit में उठाया आतंकवाद का मुद्दा
- पीएम ने कहा आज़ादी के बाद हुए 17 आम चुनाव और 300 से अधिक विधानसभा चुनाव
P-20 Summit 2023 : राजधानी दिल्ली के द्वारका में नवनिर्मित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में आयोजित पी20 शिखर सम्मेलन का पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी जी20 के सदस्यीय देशों के सभापतियों को भी संबोधित किया।
पीएम मोदी ने कहा “यह समिट एक प्रकार से दुनिया भर की अलग-अलग संसदीय प्रथाओं का महाकुंभ है। आप सभी प्रतिनिधि अलग-अलग संसदीय कार्यशैली के अनुभवी हैं। आपका इतने समृद्ध लोकतांत्रिक अनुभवों के साथ भारत आना हम सभी के लिए बहुत सुखद है।
अगले साल भारत (India) में फिर एक बार आम चुनाव होने जा रहा है… मैं P20 शिखर सम्मेलन में आए आप सभी प्रतिनिधियों को अगले साल होने वाले आम चुनाव को देखने के लिए अग्रिम निमंत्रण देता हूं। भारत को आपकी फिर से मेज़बानी करने में बहुत खुशी होगी।”
आज़ादी के बाद हुए 17 आम चुनाव और 300 से अधिक विधानसभा चुनाव
PM मोदी ने आगे कहा, “भारत में हम लोग आम चुनाव को सबसे बड़ा पर्व मानते हैं… 1947 में आज़ादी मिलने के बाद से अब तक भारत में 17 आम चुनाव और 300 से अधिक विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव ही नहीं कराता बल्कि इसमें लोगों की भागीदारी भी बढ़ रही है।
देशवासियों ने मेरी पार्टी को लगातार दूसरी बार विजयी बनाया है। 2019 का आम चुनाव मनाव इतिहास की सबसे बड़ी मानव कसरत थी। इसमें 60 करोड़ वोटर ने हिस्सा लिया। तब भारत में 91 करोड़ पंजीकृत मतदाता थे, जो पूरे यूरोप की कुल आबादी से अधिक है… यह दिखाता है कि भारत में लोगों का संसदीय प्रक्रियाओं में कितना भरोसा है।”
आतंकवाद पर की बात
पीएम ने कहा “करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को निशाना बनाया था। उस समय संसद का सत्र चल रहा था और आतंकवादियों की मंशा सांसदों को बंधी और उनको खत्म करने की थी… दुनिया को भी एहसास हो रहा है कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती है। आतंकवाद जहां भी होता, किसी भी कारण, किसी भी रूप में होता वह मानवता के विरुद्ध होता है।
ऐसे में आतंकवाद को लेकर हम सभी को सख्ती बरतनी होगी… आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आम सहमति ना बन पाना बहुत दुखद है। आज भी UN भी इसका इंतजार कर रहा है। दुनिया के इसी रवैया का फायदा मानवता के दुश्मन उठा रहे हैं। दुनिया भर के प्रतिनिधियों को सोचना होगा की आतंकवाद के खिलाफ हम कैसे काम कर सकते हैं।”