अयोध्या :। सावन के छठवें सोमवार को रामनगरी एक बार फिर शिवमय हो गई। सुबह से ही सरयू घाट व नागेश्वरनाथ सहित प्रमुख मठ-मंदिरों पर शिवभक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। बम भोले और हर-हर महादेव के जयकारों के उद्घोष के साथ श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य देव बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर आशीर्वाद लिया।
वहीं दूसरी ओर श्रद्धालुओं ने रामजन्मभूमि व हनुमानगढ़ी में पहुंच दर्शन-पूजन किया। हालांकि रामपथ निर्माण व जगह-जगह जाम के चलते श्रद्धालुओं को दुश्वारियों का भी सामना करना पड़ा। छठवें सोमवार को देखते हुए पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था के भी व्यापक इंतजाम किए गए थे।
सोमवार की सुबह होते ही अयोध्या के सरयू घाट पर स्नान के लिए आसपास ही नहीं दूर-दराज से शिवभक्त उमड़े। पतित पावनी मां सरयू में स्नान के बाद जल भरकर श्रद्धालु सिद्धपीठ नागेश्वरनाथ मंदिर पहुंचे और भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। साथ ही अन्य मठ-मंदिरों में भी दर्शन-पूजन किया।
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की तरफ से जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई, ताकि श्रद्धालुओं का दबाव न बढ़े। छोटी-छोटी टुकड़ियों में श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिलाया जा रहा था, इस दौरान भगवान भोलेनाथ का दर्शन-पूजन व जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों को घंटों इंतजार करना पड़ा। हालांकि घंटों के इंजतार के बाद भगवान शिव का दर्शन-पूजन के बाद मंदिर से निकले श्रद्धालु आस्था के अभिभूत नजर आए।
रामपथ निर्माण व जाम ने बढ़ायी दुश्वारियां
रामनगरी में भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक व दर्शन-पूजन के लिए पहुंच श्रद्धालुओं को रामपथ निर्माण व जगह-जगह जाम के कारण दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। रामपथ निर्माण के चलते जगह-जगह खोदे गए गड्ढे व ई-रिक्शा चालकों की मनमानी श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत बन गई है। हालात यह हुए कि नया घाट, श्रृंगार घाट, हनुमानगढ़ी और सब्जी मंडी चौराहे पर भीषण जाम लग गया। श्रद्धालु घंटों जाम फंसे रहे, उनका पैदल भी निकलना मुश्किल हो गया। हालांकि पुलिस प्रशासन के अधिकारी श्रद्धालुओं के लिए सुगत यातायात व्यवस्था दावा कर रहे हैं।
सावन के छठवें सोमवार को लेकर यातायात की बेहतर व्यवस्था की गई है। भीड़ बहुत ज्यादा नहीं है, इसलिए इस ई-रिक्शा पर अभी कोई प्रतिबंध विशेष तौर पर नहीं लगाया गया है। भीड़ बढ़ने के साथ इन्हें मुख्य मार्ग पर प्रतिबंधित किया जाएगा। जाम की स्थिति न बने इसके लिए ट्रैफिक पुलिस सहित होमगार्डों की भी ड्यूटी लगाई गई है। ई-रिक्शा को गलियों में चलने के लिए निर्देशित किया गया है, बीच-बीच में कुछ स्थानों से ई-रिक्शा चालक सड़क पर आ रहे हैं, जिसे रोका जा रहा है