क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को लेकर शुरुआत से ही दुविधा बनी हुई है। कई देशों ने इसे अपने यहां बैन लगा रखा है तो कई देशों ने बैन नहीं लगाया है। वहीं भारत में भी अब क्रिप्टो बैन हो सकता है। आरबीआई गवर्नर ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को क्रिप्टोकरंसी को लेकर कहा कि यह जुएं के अलावा कुछ भी नहीं है, और इनका कथित मूल्य सिर्फ एक छलावा है। क्रिप्टो करेंसी का समर्थन करने वाले इसे एक संपत्ति या वित्तीय उत्पाद कहते हैं लेकिन इसमें कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है।
क्रिप्टोकरंसी कोई वित्तीय उत्पाद नहीं
आगे गवर्नर ने कहा कि प्रत्येक संपत्ति वित्तीय उत्पाद में कुछ अंतर्निहित मूल्य होना चाहिए, लेकिन क्रिप्टो के मामले में ऐसा नहीं है। इसे अगर बहुत स्पष्ट रूप से कहा जाए तो यह एक जुआ है और हम अपने देश में जुए की अनुमति नहीं देते हैं। अगर इसके बाद भी आप इसे अनुमति देना चाहते हैं तो इसे जुआ ही माने, और जुए के नियम निर्धारित करें। लेकिन इस दौरान यह स्पष्ट रहे कि क्रिप्टोकरंसी कोई वित्तीय उत्पाद नहीं है।





