December 5, 2025 12:12 pm

Sakat chauth 2023 : जानें सकट चौथ का महत्व और किन बातों का रखना चाहिए ध्यान

Sakat-chauth-2023

आज पूरे भारतवर्ष में सकट चौथ (Sakat Chauth) बड़े ही धार्मिक और पावन पूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है। आज के दिन महिलाएं अपनी संतान के लिए पूरा दिन व्रत रखती हैं और भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना कर उनसे प्रार्थना करती हैं।

सनातन धर्म में सकट चौथ के व्रत का काफी महत्व है, क्योंकि इस व्रत में महिलाएं अपनी संतान की सलामती और उनकी लंबी उम्र के लिए भगवान श्री गणेश से और सकट माता से प्रार्थना करती हैं। इतना ही नहीं इस दिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक पूरे दिन भूखी रहकर व्रत रखती हैं और इसके पश्चात भगवान श्री गणेश और सकट माता की पूजा-अर्चना भी करती हैं।

सकट चौथ का व्रत रखने पर बरते ये सावधानियां 

सकट चौथ के दिन भूलकर भी गणेश जी को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए, क्योंकि पौराणिक कथानुसार जब गणेश जी ने तुलसी जी का विवाह प्रस्ताव ठुकरा दिया था, तब तुलसी जी ने गणेश जी को दो विवाह का श्राप दे दिया था। वहीं दूसरी तरफ गणेश जी ने भी तुलसी जी का विवाह एक राक्षस के साथ होने का श्राप दे दिया। जिसके चलते भगवान श्री गणेश के पूजन में तुलसी का प्रयोग करना वर्जित हो जाता है।

इन बातों का रखे ध्यान

» भगवान श्री गणेश की सवारी मूषक यानी चूहे को माना जाता है और सकट व्रत रख रहे लोगों को इस दिन भूलकर भी मूषक को नहीं सताना चाहिए। ऐसा करने से भगवान श्री गणेश जी रूष्ट हो सकते हैं।

» सकट व्रत रखने वाली महिलाओं को इस दिन भूलकर भी काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। इस दिन महिलाओं का पीले या लाल रंग के कपड़े पहनना अति शुभ माना जाता है।

» सकट पूजा के दौरान चंद्र देवता को अर्ध भी दिया जाता है, जिसके चलते जल में दूध और अक्षत भी मिलाया जाता है। लेकिन इसमें ध्यान देने योग्य बात यह है कि अर्घ्य के जल की छीटें पैरों पर नहीं पड़नी चाहिए।

UP Ka Agenda
Author: UP Ka Agenda

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