- जागृत हुई महिलाएं और युवतियां तो महिला संबंधी अपराध में आई कमी
- ऑपरेशन जागृति अभियान से महिला संबंधी 17 फीसदी अपराधों में आई कमी
- पुलिस ने ऑपरेशन जागृति के तहत गांव- गांव जाकर महिलाओं और युवतियों को किया जागरूक
- आगरा जोन में तीन माह से चलाया जा रहा है ऑपरेशन जागृति
- योगी सरकार के मिशन शक्ति के तहत आगरा जोन में शुरू किया गया ऑपरेशन जागृति
Agra : नारी सुरक्षा को लेकर योगी सरकार कृत संकल्पित है। नारी सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान की शुरुआत की गई। जिसका असर भी देखने को मिला। इसी कड़ी में आगरा जोन में तीन माह पूर्व ऑपरेशन जागृति अभियान शुरू किया गया। जिसके तहत पुलिस टीम ने स्कूल, कॉलेजों और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर गुड़ टच और बैड टच के बारे में किशोरावस्था के बच्चों और युवतियों को जानकारी दी। इस अभियान के बाद महिला अपराधों में कमी आई है।
फर्जी शिकायतों का ग्राफ गिरने लगा
एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि तीन माह पहले आगरा जोन में ऑपरेशन जागृति की शुरुआत की गई थी। नारी सुरक्षा को लेकर पूरे जोन के मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, अलीगढ़, हाथरस, एटा और कासगंज में पुलिस ने गांव- गांव में जाकर महिलाओं और लड़कियों को जागरूक किया। 1955 स्कूल, कॉलेज, ग्राम पंचायत क्षेत्रों में और 1444 शहरी वार्डों पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मदद में कैंप लगाए गए। महिलाओं और युवतियों को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी दी। इसका असर अब दिखने लगा है। जागरुकता अभियान से महिला संबंधी अपराध में कमी आई है। फर्जी शिकायतों का ग्राफ गिरने लगा है। जहां नवंबर 2022 से लेकर 20 जनवरी 2023 में जोन में महिला संबंधी अपराध के 2206 मुकदमे दर्ज किए गए थे। वहीं नवंबर 2023 से लेकर 20 जनवरी 2024 तक 1812 मुकदमे ही दर्ज किए गए। महिला संबंधी अपराध में लगभग 17 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।
एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि अभियान के दौरान सामने आया कि कई बार आपसी रंजिश और जमीनी प्रकरण को लेकर थानों में 376 और 354 जैसी संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज कराए जाते हैं। बेगुनाह लोगों को जेल जाना पड़ जाता है। जांच में पाया गया कि रंजिशन कई मुकदमे फर्जी लिखे गए हैं। उनको समाप्त कराया गया है। ऑपरेशन जागृति अभियान के चलते महिलाओं और युवतियों में जागरूकता देखने को मिली है। पुलिस का यह प्रयास लगातार जारी रहेगी।