- 1000 ‘शक्ति सारथी’ को हरी झंडी दिखाकर रचा इतिहास
- सीएम योगी के मार्गदर्शन में शारदीय नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी के अवसर पर गोण्डा में की गई ऐतिहासिक पहल
- पिंक कलर के 1000 ई-रिक्शा को किया गया रवाना, ई-रिक्शा को दिया गया है “शक्ति सारथी” का नाम
- परिवहन के दौरान महिलाओं की पूर्ण सुरक्षा के लिए सभी ई-रिक्शा चालकों को किया गया है प्रशिक्षित
- सुरक्षा के साथ-साथ आपातकालीन परिस्थितियों में सहायता के लिए भी प्रशिक्षित किए गए हैं शक्ति सारथी
- कार्यक्रम में 108 कन्याओं का किया गया पूजन, उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 महिलाओं का भी हुआ सम्मान
- जिला प्रशासन ने कार्यक्रम को बनाया जीरो वेस्ट इवेंट, कचरे का किया गया समुचित निस्तारण
GONDA/LUCKNOW : शारदीय नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में गोण्डा जिले ने ऐतिहासिक पहल की है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में पहली बार गोण्डा में “शक्ति सारथी” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत 1000 पिंक कलर के ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इन ई-रिक्शा को “शक्ति सारथी” नाम दिया गया है, जिनका उपयोग 90% से अधिक महिलाओं द्वारा किया जाएगा। सभी ई-रिक्शा चालकों को सुरक्षा के दृष्टिगत प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें महिला सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में 108 कन्याओं का कन्या पूजन और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 महिलाओं को भी सम्मानित किया गया।
सुरक्षा और आपातकालीन सहायता के प्रति किया गया प्रशिक्षित
गोण्डा की डीएम नेहा शर्मा ने बताया कि दुर्गा अष्टमी के अवसर पर जनपद में शक्ति वंदन 2.0 के तहत “शक्ति सारथी” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। “शक्ति सारथी” कार्यक्रम एक अनूठा प्रयास है, जिसमें ई-रिक्शा चालकों को “सारथी शक्ति” की उपाधि दी गई है, जिससे वे महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में योगदान कर सकें। “शक्ति सारथी” पहल के तहत ऑटो चालकों का प्रशिक्षण महिला सुरक्षा को मजबूत बनाएगा और समाज में एक नया संदेश प्रस्तुत करेगा। यह पहल इस बात पर आधारित है कि 90% से अधिक महिलाएं यात्रा के लिए ऑटो या ई-रिक्शा का इस्तेमाल करती हैं। शुरुआत में 1000 से अधिक ऑटो और ई-रिक्शा चालकों को इस पहल के अंतर्गत शामिल किया गया है, जिन्हें महिलाओं की सुरक्षा और आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्रदान करने का प्रशिक्षण दिया गया है। भविष्य में इस कार्यक्रम को और भी विस्तारित किया जाएगा।
बिना डर के यात्रा कर सकेंगी महिलाएं
उन्होंने बताया कि शक्ति वंदन 2.0 के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा के प्रति समाज को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। ‘शक्ति सारथी’ पहल के अंतर्गत ऑटो चालकों को प्रशिक्षित किया गया है, ताकि महिलाएं बिना किसी डर के यात्रा कर सकें। यह कार्यक्रम समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्मक ब दलाव लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यक्रम जीरो वेस्ट इवेंट के रूप में आयोजित किया गया है, जिसमें कार्यक्रम स्थल पर उत्पन्न कचरे का समुचित निस्तारण सुनिश्चित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विकास कार्यों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, और आधारभूत ढांचे में हुए सुधारों को प्रदर्शित किया गया।
108 कन्याओं का पूजन और सम्मान
इस अवसर पर जिले के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों से आई 108 कन्याओं का कन्या पूजन किया गया और उन्हें उपहार भेंट किए गए। वहीं, नवदेवी सम्मान समारोह के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का भी सम्मान किया गया। इसके अतिरिक्त हवन, प्रसाद वितरण, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। कार्यक्रम की शुरुआत आकांक्षा समिति उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष डॉक्टर गरिमा सिंह ने वर्चुअल माध्यम से की, जबकि गोण्डा की डीएम नेहा शर्मा, सीडीओ अंकिता जैन और जिले के अन्य जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इससे पूर्व पिछले वर्ष गोण्डा जिला प्रशासन ने शक्ति वंदन कार्यक्रम की शुरुआत की थी। तब करीब 12 हजार कन्याओं का पूजन कर रिकॉर्ड स्थापित किया गया था।