- 75 जिलों के घाटों पर होगा तिरंगा फहराने और तिरंगा यात्रा का यादगार आयोजन
- सभी 75 जिलों के डीएम को योगी के निर्देश पर हर घर तिरंगा कार्यक्रम के अंतर्गत अभूतपूर्व तैयारी
- सीडीओ बनाए नोडल अधिकारी, जिला गंगा समितियों को 15 अगस्त के मद्देनजर सौंपी जिम्मेदारी
- झंडारोहण और तिरंगा यात्रा में जुटेंगे जनप्रतिनिधि, विद्यार्थी, गंगा प्रहरी और स्वयंसेवी संस्थाएं
- वंदेमातरम और भारत माता के जयघोष से घाटों पर देशभक्ति की अनूठी ऊर्जा का होगा संचार
- घाटों की होगी विशेष सफाई, कचरा संग्रहण और सजावट भी की जाएगी
- मां गंगा की आरती, दीपदान और मंत्रोच्चार से आध्यात्मिक और भक्ति का दिखाई देगा संगम
- प्रतिभागी जल संरक्षण और नदियों की स्वच्छता बनाए रखने की लेंगे शपथ
LUCKNOW मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस बार उत्तर प्रदेश स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक अद्वितीय और ऐतिहासिक दृश्य का साक्षी बनने जा रहा है। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत पहली बार प्रदेश की सभी पवित्र नदियों के घाटों पर तिरंगा लहराया जाएगा और यात्रा निकाली जाएगी, जिससे देशभक्ति के नारों से पवित्र नदियों के घाट गूंज उठेंगे। इसके लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों के जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों और जिला गंगा समितियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
इस दौरान घाटों की विशेष सफाई, कचरा संग्रहण के अलावा सजावट भी की जाएगी। मां गंगा की आरती, दीपदान और मंत्रोच्चार से आध्यात्मिक और भक्ति का संगम दिखाई देगा। प्रतिभागी जल संरक्षण और नदियों की स्वच्छता बनाए रखने की शपथ लेंगे।
सभी 75 जिलों के घाटों पर गूंजेगा जयघोष, सीडीओ संभालेंगे जिम्मेदारी
योगी सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और जिला गंगा समितियों को निर्देश दिया है कि 15 अगस्त की सुबह नदियों के घाटों पर तिरंगा फहराया जाए। इसके बाद तिरंगा यात्रा का आयोजन भी किया जाएगा।
परियोजना निदेशक प्रभाष कुमार ने बताया कि यह कार्यक्रम नमामि गंगे परियोजना के तहत आयोजित किया जा रहा है। सभी जिलों के सीडीओ को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो आयोजन की पूरी जिम्मेदारी संभालेंगे।
अनूठी ऊर्जा का होगा संचार, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बढ़ेगा उत्साह
झंडारोहण और तिरंगा यात्रा के दौरान जनप्रतिनिधि, अधिकारी, विद्यार्थी, गंगा प्रहरी, स्वयंसेवी संस्थाएं और आम नागरिक शामिल होंगे। वंदेमातरम और जयघोष से घाटों पर देशभक्ति की अनूठी ऊर्जा का संचार होगा।
देशभक्ति गीत, कविताएं, नृत्य और नाटकों के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम की गाथा को जीवंत किया जाएगा। बच्चों और युवाओं के लिए चित्रकला, निबंध लेखन और देशभक्ति प्रतियोगिताएं होंगी।
हर पल को बनाया जाएगा यादगार
आयोजन की तस्वीरें और वीडियो तैयार कर संजोए जाएंगे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद प्रत्येक जनपद से विस्तृत रिपोर्ट राज्य स्वच्छ गंगा मिशन, उत्तर प्रदेश को भेजी जाएगी।
नदी संरक्षण और राष्ट्रभक्ति का संगम
परियोजना निदेशक प्रभाष कुमार ने बताया कि यह आयोजन केवल राष्ट्रीय पर्व का उत्सव नहीं होगा, बल्कि एक जनांदोलन बनेगा, जिसमें देशभक्ति और नदी संरक्षण का अद्वितीय संगम देखने को मिलेगा। इसके साथ ही घाटों पर लहराता तिरंगा, गूंजते जयघोष और मां गंगा की आरती लोगों के हृदय में गर्व और प्रेरणा का संचार करेंगे।
