देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजीव गांधी नवोदय विद्यालय ननूरखेड़ा में विद्यार्थियों के साथ परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में छात्रों से संवाद किया और उन्होंने कहा कि सफलता के लिए संयम, नियम और अनुशासित जीवन जरूरी है। उन्होंने छात्रों को उत्तराखण्ड एवं देश का भविष्य निर्माता बताते हुए उन्हें परीक्षा की तैयारियों के लिये ज्ञानवर्धक सलाह देकर उनकी शंकाओं का समाधान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता के प्रतिभागी छात्रों को पुरस्कार भी प्रदान किये गए।
ऊर्जा से भरा हुआ अनुभव छात्रों के साथ संवाद करना :
बच्चों की परीक्षाएं नजदीक है,उन्हें अपने स्कूल के दिनों का भी स्मरण करने का अवसर मिला और इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि, छात्रों के साथ इस आयोजन में शामिल होकर वे स्वयं को और अधिक ऊर्जा से भरा हुआ अनुभव कर रहे हैं। उनके साथ संवाद करना भी एक सुखद अनुभव है। उन्होंने कहा कि उनके एक शिक्षक ने बचपन में उन्हें विद्यार्थी के पांच मुख्य गुणों के बारे में एक श्लोक के माध्यम से बताया था कि एक विद्यार्थी में कौवे की तरह जानने की चेष्टा, बगुले की तरह ध्यान लगाने की क्षमता, श्वान निद्रा और अल्पाहारी और गृहत्यागी गुण पांच गुण होने आवश्यक है।
जिस क्षेत्र में जाएं उस क्षेत्र के नेता बने :
उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि आप लोग भी जिस क्षेत्र में जाएं उस क्षेत्र में अपना 100 प्रतिशत योगदान देकर उस क्षेत्र के नेता अर्थात लीडर बनें। जैसे आप खेल के क्षेत्र में जाएं तो सचिन तेंदुलकर की भांति खेल के लीडर बने। आप गायक बनें तो लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी जैसे महान गायक बनें और यदि आप लोग राजनीति में आए तो आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी की भांति विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बनें।
मुख्यमंत्री ने किया छात्रों का आहवान :
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने छात्रों का आहवान करते हुए कहा कि,सभी छात्र कड़े अनुशासन, सही समय प्रबंधन और अपने माता-पिता एवं गुरूजनों के आशीर्वाद से जिस भी क्षेत्र में जाए, अपने परिवार, राज्य और देश का नाम रोशन करें। मुख्यमंत्री ने छात्रों से कहा कि, आप सबने इस कार्यक्रम के माध्यम से बहुत सारी पेंटिंग भी बनाई हैं। जिनमें पर्यावरण संरक्षण सहित अन्य बहुत से समाजोपयोगी विषयों को समाहित किया है, इसके लिये उन्होंने सभी के प्रयासों की सराहना भी की।