इन दिनों देश में नयी संसद भवन को लेकर हंगामा मचा हुआ है. वहीँ दिल्ली में अधिकारीयों के ट्रांफर और पोस्टिंग को लेकर केंद्र द्वारा लाये अध्यादेश को लेकर भी हंगामा मचा हुआ है.
कांग्रेस नेता केसी वेणूगोपाल ने कहा कि “यह भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को दरकिनार करने का मुद्दा है। वे इस प्रश्न का उत्तर क्यों नहीं दे रहे हैं कि उद्घाटन करने के लिए अगल राष्ट्रपति की अयोग्यता है तो वह क्या है? उन्हें इस प्रश्न का उत्तर देना चाहिए। उन्होंने भारत के राष्ट्रपति को आमंत्रित क्यों नहीं किया.
अध्यादेश पर चर्चा को लेकर अरविंद केजरीवाल जी की ओर से एक औपचारिक अनुरोध आया है। हम अपनी पार्टी के साथ चर्चा करेंगे और हम फैसला करेंगे। हम अपनी पंजाब और दिल्ली इकाई के साथ चर्चा करके फैसला लेंगे। हमारी व्यापक इच्छा नरेंद्र मोदी सरकार के तानाशाही रवैये का विरोध करना है”.
 
   
								 
											 
				





