- सीएम योगी के विजन के अनुसार अयोध्या नगर निगम ने शुरू की प्रक्रिया
- शॉर्ट टर्म स्टे बेस्ड लाउंज का 2 महीने के रेंटल बेसिस पर किया जाएगा विकास
- 25 लोगों की कैपेसिटी वाले 8 ब्लॉक्स के समावेश से बनेगा वीआईपी लाउंज
- 40 लोगों के डाइनिंग स्पेस का भी होगा विकास
AYODHYA : उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर अयोध्या को विकसित करने का योगी सरकार का सपना रंग लाने लगा है। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम व उसके उपरांत यहां आने वाली लाखों पर्यटकों व तीर्थयात्रियों की भीड़ को संभालने के दृष्टिगत सीएम योगी आदित्नाथ के विजन अनुसार अयोध्या नगर निगम ने महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट अयोध्या धाम (एमवीआईएएडी) में वीवीआईपी लाउंज के विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शॉर्ट टर्म स्टे बेस्ड इस लाउंज का विकास 2 महीने के रेंटल बेसिस पर किया जाएगा तथा इसके लिए उचित कॉन्ट्रैक्टर्स को आबद्ध करने की प्रक्रिया जारी है। यह वीआईपी लाउंज कई मायनों में खास होगा और स्वच्छ भारत तथा इंटरनेशनल एविएशनल पॉलिसी के अंतर्गत आने वाले मानकों के अनुसार विकसित किया जाएगा। इसके पूरा होने पर प्रतिदिन 200 पर्यटकों को शॉर्ट टर्म बेसिस पर स्टे करने की सुविधा एयरपोर्ट पर ही उपलब्ध करायी जा सकेगी। साथ ही, वह यहां लॉजिंग के साथ ही आराम भी कर सकेंगे और डाइनिंग स्पेस में भोजन व जलपान का लुत्फ भी उठा सकेंगे।
3 पार्टिशंस में लाउंज का होगा विकास, टेंट बेस्ड कॉटेज स्टे जैसा होगा लुक
अयोध्या नगर निगम की कार्ययोजना के अनुसार 3 पार्टिशंस में वीआईपी लाउंज का विकास होगा। यह टेंट बेस्ड कॉटेज स्टे जैसे लुक वाले पार्टिशंस के तौर पर विकसित होंगे जो कि स्वच्छ भारत के ओडीएफ प्लस प्लस व व वॉटर प्लस जैसे मानकों के आधार पर विकसित शौचालय सुविधा के साथ युक्त होंगे। 3 पार्टिशंस में कुल 8 ब्लॉक का विकास किया जाएगा जो 200 लोगों को संभालने में सक्षम होगी। इसमें प्रत्येक ब्लॉक की कैपेसिटी 25 लोगों को अकॉमोडेट करने की होगी तथा 40 व्यक्तियों के लिए कुर्सियों के साथ डाइनिंग टेबल युक्त स्पेस का विकास किया जाएगा जहां वह जलपान व स्वल्पाहार ले सकेंगे। इन 8 ब्लॉक्स में कुल 25 लोगों के शॉर्ट टर्म स्टे बेसिस पर सोने व आराम करने की भी व्यवस्था होगी। इन कॉटेज में शौचालय, स्नानघर (गीजर के साथ) और सभी सुविधाओं के साथ रसोई की व्यवस्था होगी। कॉटेज में एक किंग साइज डबल बेड, एक 3 सीटर सोफा, एक चाय की मेज और 4 सीटें होंगी। सभी कॉटेज सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित होंगे जिनें अग्निशामक यंत्र, एलईडी, स्टडी टेबल आदि से युक्त होगा। वीवीआईपी लाउंज का विकास कर रहे संचालकों द्वारा वीआईपी लाउंज के बाहर संयुक्त रूप से एक फूड कोर्ट का भी विकास, संचालन और रखरखाव किया जाएगा।
सिक्योरिटी समेत तमाम पहलुओं को भी किया जाएगा सुनिश्चित
अयोध्या नगर निगम द्वारा जिस बोलीकर्ता को वीआईपी लाउंज के निर्माण, विकास व संचालन का कार्य सौंपा जाएगा वह वीआईपी लाउंज की सुरक्षा, स्वच्छता समेत तमाम मानकों का प्रतिपालन सुनिश्चित करेंगे। प्रत्येक वीआईपी लाउंज (अस्थायी) सेवाएं उचित वेंटिलेशन, प्रकाश, सुरक्षा सुविधाओं और सहायक उपकरणों के साथ 24 घंटे x 7 दिन चालू रहें इस बात को भी सुनिश्चित किया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक वीआईपी लाउंज (अस्थायी) कर्मचारी को ड्यूटी के दौरान हर समय ड्रेस, आई-कार्ड और सुरक्षा गियर में रहेंगे। इसके अतिरिक्त, आम लोगों को आवश्यक सहायता प्राप्त करने में सहायता के लिए प्रत्येक वीआईपी लाउंज पर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में हेल्पलाइन नंबर प्रदर्शित किया जाएगा। सभी सुरक्षा उपकरणों (अग्निशामक यंत्र) और आपातकालीन निकास योजना आदि की नियुक्ति सुनिश्चित सुनिश्चित होगी तथा पीने के पानी, पानी की आपूर्ति लाइन, स्टैंड के साथ ओवरहेड टैंक आदि और पैनल बोर्ड, वितरण बोर्ड जैसी सामग्री के साथ विद्युत लाइन के लिए आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। केबल के विभिन्न आकार, चेंज ओवर स्विच, अर्थिंग आदि को भी सुनिश्चित किया जाएगा। प्रत्येक वीआईपी लाउंज में बेड्स और गर्म चादर (कंबल) के साथ न्यूनतम 100 यूनिट्स उपलब्ध कराई जाएंगी और आगे इसी लिहाज से लाउंज का विकास होगा।