- ओएनजीसी ने उत्तर प्रदेश में एक लाख करोड़ के निवेश का दिया प्रस्ताव
- सीएम योगी ने बदला परिवेश तो पलायन के बजाय अब निवेश के लिए स्वयं आगे आ रही हैं बड़ी-बड़ी कम्पनियां
- ओएनजीसी ने प्रयागराज में बीपीसीएल के साथ रिफाइनरी प्लांट स्थापित करने का दिया प्रस्ताव
- प्रस्ताव ने 12 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष क्षमता वाले रिफाइनरी सह पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स स्थापित करने की योजना
- प्रस्ताव से न सिर्फ बड़े पैमाने पर निवेश होगा, बल्कि प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से व्यापक स्तर पर रोजगार भी सृजित होगा
LUCKNOW : उत्तर प्रदेश में उद्योगों के अनुकूल वातावरण और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की संभावनाओं को देखते हुए बड़ी-बड़ी कम्पनियां प्रदेश में निवेश के लिए स्वयं आगे आ रही हैं। इसी क्रम में ऑयल एण्ड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) ने योगी सरकार के समक्ष प्रयागराज में करीब 100,000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ 12 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष क्षमता वाले रिफाइनरी सह पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव से न सिर्फ प्रयागराज में बड़े पैमाने पर निवेश होगा, बल्कि प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बड़े पैमाने पर रोजगार भी सृजित होगा। योगी सरकार के प्रयासों से हाल ही में शंकरगढ़ में जेके सीमेंट का प्लांट शुरू हुआ है। वहीं, वरूण बेवरेजेज द्वारा सरस्वती हाइटेक सिटी में 1000 करोड़ की लागत से प्लांट स्थापित किया जा रहा है।
तकनीकी मुद्दों पर हो रही चर्चा
प्रयागराज में रिफाइनरी प्लांट स्थापित करने की परियोजना ओएनजीसी, बीपीसीएल और एक विदेशी भागीदार के सहयोग से स्थापित की जाएगी। इसको लेकर औद्योगिक विकास विभाग एवं ओएनजीसी के अधिकारियों के बीच तकनीकी मुद्दों पर वार्ता चल रही है। औद्योगिक विकास विभाग द्वारा ओएनजीसी को प्रोत्साहन के रूप में पूंजी सब्सिडी, एसजीएसटी प्रतिपूर्ति, ब्याज सब्सिडी, बिजली शुल्क की वापसी, स्टांप ड्यूटी छूट, खरीदी गई बिजली पर ट्रांसमिशन शुल्क की छूट, ईपीएफ प्रतिपूर्ति दिए जाने की जानकारी दी गई है। ओएनसीसी यूपी एफडीआई और फॉर्च्यून-500 कंपनियों में शामिल है। जिसे उत्तर प्रदेश के एफडीटी और फॉर्च्यून ग्लोबल और फॉर्च्यून-500 पॉलिसी का लाभ मिल सकता है। ओएनजीसी ने इस परियोजना पर सहयोग करने के लिए भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के साथ चर्चा शुरू कर दी है। प्रयागराज में बीपीसीएल के पास नैनी और बारा में रिफाइनरी के लिए भरपूर मात्रा में जमीन मौजूद है, जहां रिफाइनरी स्थापित की जा सकती है।
निवेशक स्वयं कर रहे उत्तर प्रदेश का रुख
उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निवेश के लिए श्रेष्ठतम गंतव्य के रूप में उभर रहा है। नए भारत का नया उत्तर प्रदेश व्यवसाय-केंद्रित और नागरिक-केंद्रित सुधारों के लिए देश में बेहतरीन उदाहरण बन गया है। सीएम योगी के प्रयासों से सुदृढ़ हुई कानून व्यवस्था और बेहतरीन औद्योगिक नीति के कारण आज निवेशक स्वयं उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आगे आ रहे हैं। पिछली सरकारों में जहां निवेशक गुंडों, माफियाओं के कारण डरे हुए थे, उत्तर प्रदेश से पलायन कर रहे थे, वहीं आज उसी उत्तर प्रदेश के नोएडा और एनसीआर ही नहीं बल्कि विभिन्न जनपदों और क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयां लग रही हैं। ओएनजीसी द्वारा प्रयागराज में रिफाइनरी प्लांट लगाने का प्रस्ताव देना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।