- भारत को भूकंप के लिहाज से 5 जोन में बांटा गया है
- पांचवे जोन में देश का कुल 11 फीसदी हिस्सा
- भूकंप के हिसाब से इस जोन का इलाका सबसे सुरक्षित
Earthquake: आपने भूकंप के झटके तो कई बार महसूस किए होंगे और सुरक्षित स्थानों पर जाने की कोशिश भी की होगी ताकि अपना बचाव कर सकें, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में भूकंप के क्षेत्रों के जोन को कितने भागों में बांटा गया है। सबसे कम सुरक्षित और सबसे ज्यादा खतरनाक जोन कौन सा होता है, तो आज हम आपको यही बताने वाले हैं। आइये जानते हैं…
भूकंप आने पर सबसे पहले सुरक्षित इलाकों को जानने से पहले आपको भूकंप के जोन के बारे में जानना चाहिए। भूकंप के लिहाज से भारत को 5 जोन में बांटा गया है। इसमें भूकंप के खतरे के हिसाब से इलाकों को रखा गया है। भूकंप से सबसे ज्यादा खतरा जोन-5 के इलाकों को है, वहीं सबसे कम खतरा जोन 1 और 2 के इलाकों को है। पांचवे जोन में देश का कुल 11 फीसदी हिस्सा आता है, जबकि चौथे जोन में 18 फीसदी हिस्सा आता है। वहीं तीसरे और दूसरे जोन में देश का 30 फीसदी हिस्सा आता है।
सबसे ज्यादा कौन-सा है सुरक्षित इलाका
आप को बता दें, भूकंप के हिसाब से जोन 1 का इलाका सबसे सुरक्षित है। भूकंप आने की संभावना इस इलाके में बहुत कम है। इसमें आंध्रप्रदेश, पश्चिमी मध्यप्रदेश, कर्नाटक पूर्वी महाराष्ट्र और ओडिशा को शामिल है। लेकिन जोन-1 को भारत में भूकंप के जोन के रूप में नहीं मानते हैं। वहीं जोन 2 को सबसे कम खतरे वाला इलाका है। इसमें राजस्थान, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश का कुछ हिस्सा, पश्चिम बंगाल और हरियाणा को शामिल है।