चीन में अचानक से कोरोना के मामलों में हुई बढ़ोतरी ने पूरी दुनिया को एक बार फिर डरा दिया है. विशेष रूप से उन देशों में जहां बीजिंग के कोरोना टीकों को स्वीकार किया गया था. तिब्बत प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार तुर्की सरकार असर की जांच कर रही है.
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक तुर्की सरकार चीनी कोरोना वैक्सीन के असर की जाँच करेगी. क्योंकि यह पता चला है कि चीन द्वारा इसके साइड इफेक्ट के आंकड़ों से छेड़छाड़ की गई थी.
चीनी टीकों का शुरुआत में जिन देशों ने उपयोग किया उन्होंने इसे 97 प्रतिशत और 78 प्रतिशत प्रभावकारिता की सूचना दी थी. लेकिन बाद में इन्ही देशों (इंडोनेशिया और ब्राजील) ने 65 और 50.4 प्रतिशत वैक्सीन का असर बताया. वहीँ इसके बाद कई देशों ने चीनी वैक्सीन का उपयोग बंद कर दिया था.
चीनी वैक्सीन के 1.3 अरब से अधिक खुराक दुनियाभर में
एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने दुनिया भर में लगभग 1.3 अरब वैक्सीन खुराक 2022 तक बांटी है. चीनी टीकों के अधिकांश आयात इंडोनेशिया, ब्राजील, पाकिस्तान, तुर्की, ईरान, फिलीपींस, मोरक्को, थाईलैंड, अर्जेंटीना, वेनेजुएला, कंबोडिया, श्रीलंका, चिली, मैक्सिको और बांग्लादेश में किए गए थे.
अब जो खबर आ रही है उसने इन सभी देशों की चिंता को बढ़ा दिया है. अगर वैक्सीन के आंकड़ों से छेड़छाड़ वास्तव में की गयी है तो ये चिंता का विषय है. क्योंकि चीन की वैक्सीन चीन में ही फेल हो गयी है और कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है.