- पुरानी संसद में सभी सांसदों की एक साथ ली गयी तस्वीर
- पीएम मोदी के साथ सभी सांसद नयी संसद में हुए प्रवेश
- पीएम मोदी ने सभी का स्वागत करते हुए कही खास बातें
Parliament Special Session Day 2 : पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित संयुक्त सत्र के विशेष कार्यक्रम में सभी सांसद और उप राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष और पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई वरिष्ठ सांसदों की एक साथ तस्वीर ली गयी. इसके बाद पीएम मोदी सभी संसद सदस्यों के साथ पुरानी संसद से नए संसद भवन की ओर रवाना हुए।
क्या कहा लोकसभा स्पीकर ने
नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही से पहले स्पीकर ओम बिरला ने कहा “आज हमारे लोकतांत्रिक इतिहास का बहुत महत्वपूर्ण दिन है जब हम नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू कर रहे हैं। हमें इस ऐतिहासिक दिन का साक्षी बनने का अवसर मिला है, मैं आप सभी को बधाई देता हूं.” इसके बाद राष्ट्रगान हुआ और संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई।
पीएम ने कहा ‘मिच्छामी दुक्कड़म’
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा “मैं इस नए संसद भवन में आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं। यह अवसर कई मायनों में अभूतपूर्व है। यह आज़ादी के अमृत काल की सुबह है। आज जब हम नए संसद भवन में प्रवेश कर रहे हैं, जब संसदीय लोकतंत्र का ‘गृह प्रवेश’ हो रहा है, तब यहां पर आज़ादी की पहली किरण का साक्षी है और जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा – पवित्र सेंगोल – ये वो सेंगोल है जिसको भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. नेहरू ने छुआ है …इसलिए हमें एक बहुत ही महत्वपूर्ण अतीत से जोड़ता है।पीएम ने कहा “चंद्रयान-3 की गगन चुम्भी सफलता हर देशवासी को गर्व से भर देती है। भारत की अध्यक्षता में G20 का असाधारण आयोजन विश्व में इच्छित प्रभाव प्राप्त करने जैसी अनूठी उपलब्धियां हासिल करने का अवसर बन गया। इसी आलोक में आधुनिक भारत और प्राचीन लोकतंत्र का प्रतीक नए संसद भवन का शुभारंभ हुआ है.”
अभी चुनाव तो दूर है
आज संवत्सरी भी मनाई जाती है, यह एक अद्भुत परंपरा है। आज वह दिन है जब हम कहते हैं ‘मिच्छामी दुक्कड़म’, इससे हमें किसी ऐसे व्यक्ति से माफी मांगने का मौका मिलता है जिसे हमने जानबूझकर या अनजाने में ठेस पहुंचाई है। मैं संसद के सभी सदस्यों और देश की जनता से भी ‘मिच्छामी दुक्कड़म’ कहना चाहता हूं। आगे पीएम मोदी ने कहा “अभी चुनाव तो दूर है,और जितना समय हमारे पास बचा है मैं पक्का मानता हूं कि यहां जो व्यवहार होगा ये निर्धारित करेगा कि कौन यहां बैठने के लिए व्यवहार करता है और कौन वहां बैठने के लिए व्यवहार करता है।”
Read More
कनाडा को भारत ने उसी की भाषा में दिया जवाब, राजनयिक को 5 दिन में देश छोड़ने का दिया आदेश