- आगरा जनपद की सभी सीएचसी में लगाए जा रहे सीसीटीवी कैमरे
- मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में बनाया गया है कंट्रोल रूम
- मरीजों के पंजीकरण, जांच व इलाज तक पर स्वास्थ्य विभाग की रहेगी पैनी नजर
- उत्तर प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के कृत संकल्पित योगी सरकार
आगरा। उत्तर प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार कृत संकल्पित है। सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की उपलब्धता के बावजूद मरीजों को बेहतर सेवाएं किन्ही कारणों से नहीं मिल पा रही हैं। शिकायतों का संज्ञान लेते हुए अब सरकार ने सरकारी अस्पतालों को निगरानी की व्यवस्था की जा रही है। इसी कड़ी में आगरा जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अस्पताल के 4 चिह्नित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह सीसीटीवी कैमरे सीएमओ कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे। जहां पर कैमरों के जरिये निगरानी की जा सकेगी। मरीज को डॉक्टर समय पर देख पा रहे हैं या नहीं, दवा काउंटर संबंधी, अलग- अलग तरह की जांच समय पर की जा रही है या नहीं। ऐसी सभी बातों की निगरानी इन कैमरों के जरिए की जाएगी।
सीएमओ कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से जुड़ेंंगे
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जिला चिकित्सालय को मॉडल अस्पताल व अन्य सरकारी अस्पतालों में मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में विभाग द्वारा विभिन्न कार्य किए जा रहे है। इसी कड़ी में पहले चरण में सरकारी अस्पतालों की निगरानी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। अस्पताल के 4 चिह्नित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह सीसीटीवी कैमरे पंजीकरण काउंटर, ओपीडी, दवा वितरण काउंटर और ब्लड टेस्ट व कलेक्शन सेंटर पर लगाए जा रहे हैं। यह सभी सीसीटीवी कैमरे सीएमओ कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे। जहां पर कैमरों के जरिये निगरानी की जा सकेगी और जहां भी अव्यवस्थाएं नजर आएंगी, उनको तत्काल प्रभाव से दूर कराया जाएगा।
मरीज और स्टाफ दोनों की हरकतें कैद होंगी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में आए दिन ओपीडी में बेहतर इलाज न मिलने, स्टाफ नर्स द्वारा राउंड न लगाए जाने, सफाई का अभाव, काउंटर पर कर्मचारी के गायब रहने, ओपीडी से डॉक्टर के गायब रहने व लैब में अव्यवस्थाओं की शिकायत और आरोप लगते रहते हैं। अब सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद मरीज और स्टाफ दोनों की हरकतें कैद होंगी। इससे स्टाफ की उपस्थिति और गतिविधि, स्ट्रेचर, व्हीलचेयर की उपलब्धता, बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण, सफाई और गार्ड उपस्थिति, चिकित्सकों का आचरण, परिसर में छुट्टा पशु तो नहीं घूम रहे, ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता, तीमारदारों की संख्या आदि की निगरानी की जाएगी। जिससे सरकार की मंशा के अनुरूप मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके। उन्होंने बताया कि पहले चरण में सीएचसी में और दूसरे चरण में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर भी सीएसआर व अन्य फंड सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना बनाई जा रही है। शासन से निर्देश के अनुसार व्यवस्था की जा रही है। वहीं इसको लेकर कहीं गड़बड़ी पाई गई तो नियमानुसार कार्रवाई के लिए रिपोर्ट निदेशालय को भेजी जाएगी।