- अगले एक साल यूपी में रोजगार की बहार
- एमएसएमई, ओडीओपी, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, ग्रामीण आजीविका मिशन जैसी योजनाओं से बढ़े रोजगार के अवसर
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यकम से 1.82 लाख युवा हुए लाभान्वित
- आईटीआई व कौशल विकास मिशन में 25 लाख से अधिक युवा हुए प्रशिक्षित, 10 लाख से ज्यादा को मिला रोजगार
- यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में हुए 40 लाख करोड़ से अधिक के निवेश से 1.10 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार सृजित होने की संभावना
LUCKNOW : योगी सरकार प्रदेश के सभी 75 जिलों में बड़े पैमाने पर रोजगार मेलों का आयोजन कर रही है। इसमें स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियां आ रही हैं। इसी क्रम में अगले एक साल भी प्रदेश में रोजगार की बहार रहेगी। अगस्त 2024 से जुलाई 2025 तक प्रदेश में 23 सौ से अधिक रोजगार मेलों का आयोजन योगी सरकार करने जा रही है। सरकार का प्लान प्रत्येक माह करीब 186 से 190 रोजगार मेलों के आयोजन का है। वहीं अगस्त माह में सर्वाधिक 318 रोजगार मेले आयोजित किये जा रहे हैं। इसके अलावा सितंबर 2024 से लेकर मार्च 2025 तक प्रत्येक माह 186 रोजगार मेले आयोजित होंगे। वहीं अप्रैल 2025 से जुलाई 2025 तक हर महीने 190 रोजगार मेलों का आयोजन होगा।
एमएसएमई में 1 करोड़ से अधिक रोजगार
बता दें कि योगी सरकार में बीते साढ़े सात साल में एमएसएमई, ओडीओपी, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वयं सहायता समूह, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के जरिए भी बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। इनमें सर्वाधिक 1 करोड़ 10 लाख से भी अधिक रोजगार का सृजन एमएसएमई सेक्टर में हुए हैं। प्रदेश सरकार का पूरा जोर एमएसएमई सेक्टर को मजबूत बनाने पर है। कारण, प्रदेश में हाल ही में हुए 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक के औद्योगिक निवेश के बाद बड़े उद्योगों को सबसे अधिक सपोर्ट सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम उद्योगों से ही मिलेगा। वहीं इसके अतिरिक्त वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना के अंतर्गत भी अबतक 1 लाख 35 हजार से अधिक रोजगार का सृजन हुआ है।
7 लाख 30 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन
इसी प्रकार बात करें मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना कें अंतर्गत 20 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने में योगी सरकार को कामयाबी मिली है। प्रदेश में बीते साढ़े सात साल में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत अबतक करीब 7 लाख 30 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है, जिससे 75 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को जोड़ा गया है। वहीं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अबतक यूपी में 22 हजार से अधिक इकाइयां स्थापित हुई हैं, जिनसे 1 लाख 82 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।
25 लाख से अधिक युवा विभिन्न ट्रेड्स में प्रशिक्षित
रोजगार के साथ साथ युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए भी योगी सरकार में बड़े स्तर पर प्रयास हुए हैं। आईटीआई और कौशल विकास मिशन में 25 लाख से अधिक युवा विभिन्न ट्रेड्स में प्रशिक्षित किये जा चुके हैं। इनमें से 10 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने में सरकार को सफलता मिली है। युवाओं को रोजगार के लिए सरकार की ओर से बड़े पैमाने पर ऋण उपलब्ध कराया गया है। अबतक ऋण प्रवाह अभियान के अंतर्गत 37 हजार करोड़ का ऋण वितरित किया जा चुका है। बता दें कि यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में आए 40 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव से प्रदेश में 1 करोड़ 10 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होने जा रहे हैं।