- लखनऊ मेट्रो-1 बी ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर पर 5881 करोड़ खर्च करेगी योगी सरकार
- सीएम योगी ने लखनऊ मेट्रो फेज-2 प्रोजेक्ट को दी हरी झंडी
- लखनऊ मेट्रो-1 बी ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के नाम से जाना जाएगा मेट्रो फेज-2 प्रोजेक्ट
- 5881 करोड़ रुपये की लागत से अगले पांच वर्षों में बनकर तैयार होगा पूरा प्रोजेक्ट
- इस रूट पर बनाए जाएंगे कुल 12 मेट्रो स्टेशन, 7 होंगे अंडरग्राउंड, 5 एलिवेटेड
LUCKNOW METRO : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नये साल की शुरुआत में ही लखनऊवासियों को मेट्रो के दूसरे चरण की सौगात देते हुए इसे हरी झंडी दे दी है। साथ ही जल्द से जल्द मेट्रो के फेज-2 का डीपीआर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। लंबे समय से राजधानीवासियों को इसका इंतजार था। चारबाग से वसंतकुंज के बीच बनने वाला मेट्रो फेज-1 बी ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर 11.165 किमी. लंबा होगा और पांच साल में बनकर तैयार हो जाएगा। यह रूट राजधानी के घनी आबादी वाले इलाके से होता हुए गुजरेगा।
पांच साल में पूरा करना होगा काम
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारर्पोरेशन के एमडी सुशील कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष मेट्रो फेज-2 के प्रस्ताव को रखा गया था। सीएम योगी ने इस पर मुहर लगाते हुए जल्द से जल्द संशोधित डीपीआर शासन को सौंपने के निर्देश दिये हैं। चारबाग से वसंतकुंज के बीच बनने वाले ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर का नाम लखनऊ मेट्रो फेज-1बी ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर रखा गया है। इस रूट पर कुल 12 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसकी लंबाई 11.165 किमी. होगी। इसमें 5 ऐलिवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे, जिसकी लंबाई 4.286 किमी. होगी। वहीं 7 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन होंगे, जिसकी लंबाई 6.879 किमी. होगी। यह रूट 5881 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होगा। इस रूट का काम अगले पांच वर्षों में पूरा हो जाएगा। चारबाग से वसंत कुंज’ तक लखनऊ मेट्रो का ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर पुराने लखनऊ के प्रमुख स्थानों जैसे अमीनाबाद, चौक आदि को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह अपने मार्ग के साथ अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को भी जोड़ेगा और लखनऊ के लोगों को सुविधा प्रदान करेगा। चारबाग मेट्रो स्टेशन लखनऊ के दोनों कॉरिडोर यानी नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर और ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के जंक्शन के रूप में काम करेगा। यह रूट 750 डीसी ट्रैक्शन सिस्टम पर आधारित होगा, जिसका इस्तेमाल वर्तमान में कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजना में किया जा रहा है। इसके प्रयोग से पतंगों में धातु के तार से होने वाली ओएचई फ्लैशिंग समस्या से निजात मिलेगी।
एक नजर में मेट्रो फेज-1बी ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर रूट
चारबाग से नवाजगंज तक 6.879 किमी लंबा ट्रैक अंडरग्राउंड होगा और इस हिस्से में कुल सात अंडरग्राउंड स्टेशन- चारबाग, गौतमबुद्ध नगर, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा और नवाजगंज अंडरग्राउंड होंगे। नवाजगंज से मेट्रो ऐलिवेटेड ट्रैक पर आएगी। यहां से वसंतकुंज तक का एेलिवेटेड रूट 4.286 किमी लंबा होगा और इस रूट पर ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग और वसंतकुंज तक एेलिवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे। वसंतकुंज में मेट्रो डिपो भी बनेगा।