- योगी सरकार ने 192 निराश्रित वृद्धजनों को किया रेस्क्यू
- प्रदेश में जारी शीतलहर को देखते हुए चलाया गया राज्यव्यापी अभियान
- विभिन्न जनपदों में ठंड में ठिठुरते 192 वृद्धजनों को पहुंचाया गया वृद्धाश्रम
- समाज कल्याण विभाग, वृद्धाश्रम स्टाफ, स्वयं सेवियों एवं जागरूक नागरिकों के सहयोग से किया जा रहा रेस्क्यू
- बस और रेलवे स्टेशन, चौराहों में रात्रि में भ्रमण कर निराश्रित निराश्रित वृद्धजनों की हो रही पहचान
- 112 एवं एल्डरलाइन नंबर 14567 पर प्राप्त सूचना के आधार पर सम्मानपूर्वक वृद्धाश्रम में किया गया पुनर्वासित
LUCKNOW : प्रदेश में जारी भीषण शीतलहर को देखते हुए निराश्रित वृद्धजनों को सम्मानजनक जीवन देने के लिए योगी सरकार के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर वृद्धाश्रम में सुरक्षित लाया गया है। विगत माह से शुरू हुए इस अभियान के तहत अब तक कुल 192 निराश्रित वृद्धजनों को जिला समाज कल्याण अधिकारी समेत वृद्धाश्रम के स्टाफ, स्वयं सेवियों एवं जागरूक नागरिकों के सहयोग से रेस्क्यू किया गया है। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, चौराहों इत्यादि में रात्रि में भ्रमण कर ऐसे निराश्रित वृद्धजनों की पहचान की गई जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था और उन्हें आपात पुलिस सेवा 112 एवं एल्डरलाइन नंबर 14567 के माध्यम से प्राप्त सूचना के आधार पर तत्काल सम्मानपूर्वक वृद्धाश्रम में पुनर्वासित किया गया है। जहां उनके स्वास्थ्य का समुचित खयाल रखा जा रहा है।
कौशांबी के वीरास्वामी को किया गया रेस्क्यू
इसी क्रम में जनपद कौशांबी में आंध्र प्रदेश के कोकीनपति वीरास्वामी को रात्रि में गर्म कपड़ों के बिना ठिठुरता पाया गया जिन्हें वृद्धाश्रम में लाकर उनकी समुचित देखभाल की गई। हिंदी न जानने के कारण गूगल के माध्यम से उनकी भाषा का हिंदी अनुवाद किया गया और उनके परिवारीजनों से संपर्क कर उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने में मदद की गई। आज वो अपने पूरे परिवार के साथ कुशल मंगल हैं और योगी सरकार व समाज कल्याण विभाग को धन्यवाद दे रहे हैं। ऐसे ही 192 निराश्रित वृद्धजनों की मदद कर उन्हें न सिर्फ आसरा दिया गया, बल्कि सम्मानजनक वृद्धाश्रम में जीवन देने के लिए सुविधाएं भी सुनिश्चित की गई हैं।
पुलिस की भी ली जा रही मदद
ठंड के हालात को देखते हुए हाल ही में समाज कल्याण विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने इस अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए पुलिस विभाग से भी सहयोग मांगा था। उन्होंने डीजीपी को पत्र लिख कर निराश्रित वृद्धजनों के सर्वेक्षण और उनको ससम्मान वृद्धाश्रमों तक पहुंचाने में मदद की अपील की थी। इसके तहत प्रदेश भर में जिला समाज कल्याण अधिकारी अपने जनपद के पुलिस अधीक्षक/पुलिस आयुक्त से संपर्क कर समन्वय स्थापित कर रहे हैं। रात्रि में गश्त के दौरान पुलिस कर्मियों को अगर कोई निराश्रित वृद्ध दिखते हैं तो समाज कल्याण विभाग की सहायता से उनको वृद्धाश्रमों तक ससम्मान पहुंचाया जा रहा है। नागरिक भी निराश्रित वृद्धजनों की सूचना एल्डर लाइन 14567 अथना पुलिस विभाग की आपात सेवा यूपी-112 पर देकर सहायता कर सकते हैं।
वृद्धाश्रमों में उपलब्ध है सभी मौलिक सुविधाएं
प्रदेश सरकार के तहत समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में वृद्धाश्रम संचालित किया जा रहा है। इन आश्रमों में वृद्धजनों को खाना, गर्म कपड़े, दवाई, मनोरंजन के साधन आदि उपलब्ध कराए जाते हैं। यहां डॉक्टर की सुविधा भी उपलब्ध है, ताकि जरूरत पड़ने पर बीमार वृद्धजनों का उपचार भी हो सके। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों में निराश्रित वृद्धजनों को रखने की पूरी क्षमता है।